मेहंदी कब और कैसे लगाए?

मेहंदी कब और कैसे लगाए : सफेद बाल का नाम वर्तमान समय में एक बहुत बड़ी समस्या है लोग अक्सर इसे छिपाने के लिए भी मेहंदी का प्रयोग करते हैं यदि आपके बाल सफेद है तब आप इसका उपयोग कर सकते हैं ।

अपने बालो को अपने मन पसंद कलर देते है । यह इतना सटीक होता है की सामने वाले को भी पता नहीं चलता है ।की यह कलर है।

हेना का उपयोग ज्यादातर शादियों,तीज ,त्योहारों एवं सामूहिक कार्यकर्म मे किया जाता है । और ये लड़किया और महिलाओ के द्वारा ही उपयोग मे लाया जाता है ।

यह इनकी आकर्षकता को बढ़ाने का काम करती है। इसे आप सिर ,पैर,हाथ आदि अंगों पर लगाया जाता है। यह हमारे सुंदरता को बरकरार रखता है।

मेहंदी कब और कैसे लगाए मेहन्दी कला हमारे पूर्वजों के द्वारा दी गई । वरदान है जिसे हम आज पूरे मन से लगाते है। प्राचीन काल मे रानियाँ हेना का प्रयोग विवाह के उपलक्ष्य मे किया करते थे ।

प्राचीन समय मे इसका चलन ज्यादा था । लेकिन यह प्रचलन और अधिक बढ़ चुका है । लोग इसे लगाने के साथ साथ लगवाने के लिए कलाकार भी बुलाते है।

बर्थ – डे पर मेहंदी लगाने का ट्रेंड

बर्थ – डे : वर्तमान समय मे हेना का उपयोग विभिन्न स्थानों मे किया जाने लगा है । लोग अपने हर एक पल को खुशियों से भरना चाहते है । और उनसे जो यादगार पल बनेगा । उसे और भी तरों ताजगी से भरना चाहते है। यह दिन बिर्थड़े बॉय या गर्ल बेहद ही खास होता है । वे इस दिन बहुत खुश रहते है ।

इसलिये लोग आजकल बर्थ- डे पर भी मेहंदी लगा रहे है । जब भी किसी लड़की का बर्थडे आता है । तो वह अपने लिए हेना डिज़ाइन का चयन 2-3 दिन पहले से करना चालु कर देती है ।

उस एक दिन के लिए कुछ लोग इसके कलाकार को भी बुला लेते है । जो की उसके उम्र के अनुसार एक बेहतर डिज़ाइन बनाये ।

आजकल लड़की अपनी सुंदरता को लेकर बहुत जागरूक रहती है। वह किसी भी सजने के मौका को नहीं छोड़ती है। इस मौका मे हेना लगा वह सबका ध्यान आकर्षित करना चाहती है । यह उनके खुशी एवं आत्मविश्वास को बढ़ता है । और उनकी सुंदरता को भी और निखरता है ।

पहले जन्मदिन का समारोह बड़े शांति से मानते थे । जिस घर मे बर्थडे होता था । वे अपने परिवार वाले और पड़ोसियों को ही अपने समारोह मे बुलाया करते थे । और ना ही कोई ज्यादा सजावट के साथ ही मनाते थे। इस मौके पर सभी लोग बर्थडे बॉय या गर्ल ढेर सारे गिफ्ट देते है ।

यह दिन उसके बेहद खास होता है जिसका बर्थडे होता है । इसलिए वह इस दिन खूब सजता सावरता है । और इस दिन वह कैमरा से बहुत फोटो खिचाते है । जो की उस पल को यादगार बनाने मे उत्तम भूमिका अदा करती है ।

लेकिन यही वर्तमान समय मे लोगो अपने दोस्त , परिवार वाले ,पड़ोसी और भी लोगो को बुलाते है । इससे बर्थडे बॉय या गर्ल को खुशी होती है । साथ ये यही नहीं रुकता है । अगर किसी लड़की का बर्थडे है।

तो उसका सजना सवरना तो तय होता है । और इसमे उनका मदद मेहंदी मुख्य रूप से करता है । यह लड़कियों का हाथ और पैर की रौनक बढ़ाने मे काफी मददगार साबित होता है ।

इसके साथ ही गहने और विभिन्न प्रकार के सजावटी वस्तु को पहनती है । जो उनके आकर्षकता मे सामन्यत: इजाफा करता है । और ये सभी मेहंदी के साथ एक बेहतर कॉम्बिनेशन बनाने का कार्य करती है।

इस वजह से फोटो मे अच्छा फोटो आता है । ज्यादातर लड़कियों को किसी अवसर पर फोटो खींचने का बहुत शौक रहता है। इसलिए जितने भी सजना सवरना होता है । फोटो खींचने तक ही रहता है।

करवा चौथ पर हेना लगाने का महत्व

करवा चौथ : करवा चौथ पर हेना लगाने का एक विशेष महत्व है । भारतीय संस्कृति के अनुसार माना जाता है की इस अवसर पर मेहंदी लगाने से पति के उम्र लम्बी होती है । साथ पति हमेशा सुरक्षित रहते है ।

कुछ लोग मानते है की इससे दोनो के बीच की सभी समस्या समाप्त हो जाती है । और दोनो के बींच का रिश्ता मजबूत होता है । इस अवसर पर मेहंदी लगाने के लिए कुछ दिन पहले से तैयारी करनी पड़ती है। डिज़ाइन का चयन करना होता है ।

और मेहंदी का भी चयन करना की कौन से ब्रांड का मेहंदी लगाए । यह सब करने के पश्चात किस दिन लगाना चाहिए ताकि करवा चौथ तक इसका रंग गाढा बना रहे । यह करवा चौथ पर मेहंदी लगाने की प्रचलन ज्यादा पुरानी नहीं है । इसका उपयोग आख़री आख़र मे चालु हुआ ।

करवा चौथ एक ऐसा त्योहार है । जिसका महिलाये वर्षभर इंतिजार करती है । यह पर्व पति और पत्नी के बींच के प्रेम भाव को प्रदर्शित करती है । इस दिन पत्नी सुबह से लेकर शाम तक उपवास रहती है ।

और यह परम्परा बहुत पहले से चली आ रही है । दिनभर भूखे रहने के बाद रात को अपने पति के हाथ से पानी पीकर ही उपवास तोड़ती है । ऐसा माना जाता है की ऐसा करने से पति की उम्र लम्बी होती है । और उनके पति पर कोई संकट नहीं आता है ।

इस अवसर पर महिलाओ के लिए सजावट उतना ही जरूरी होता है । जितना की आपको अपना फोन है । और यहा पर सजने मे उनकी मुख्य भूमिका मेहंदी निभाती है । महिलाये इस दिन से 2-3 दिन से यह तय कर चुकी होती है । की उनको कौनसा डिज़ाइन इस उपलक्ष्य पर लगाना है।

मेहंदी ही उनके इस पर्व मे चार चाँद लगाती है। यह किसी भी दुल्हन की सबसे अहम पर्व होती है। इसलिए वे अपनी सजावट मे कोई कसर नहीं छोड़ते है । और यह भी माना जाता है । की इस अवसर पर मेहंदी लगाना शुभ और भव्य माना जाता है।

होली और दिवाली पर मेहंदी के महत्व

होली और दिवाली : यह दोनो ही पर्व भारत के लिए महत्वपूर्ण है । इसे सम्पूर्ण भारतवर्ष मे मनाया जाता है। इस दिन के लिए लाखो लोग इतिजार करते रहते है । इस अवसर पर हाथ मे कुछ ही लगाना शुभ माना जाता है । और यह उनमे से एक पर्व है ।

पहले लोग हाथो को रंग के काम चला लेते थे । परन्तु जब से मेहंदी ने हमारी जीवन मे दस्तक दी है । तब लोग इसका उपयोग ज्यादा ही करने लगे है । भारत का सबसे बड़ा त्योहार होली और दिवाली के शुभ अवसर पर महिलाये ज्यादा सजने धजने का कार्य करती है ।

इस अवसर के लिए महिलाये पहले से ही डिज़ाइन का चयन करके तैयारी करते रहती है। दिवाली मे महिलाओ के द्वारा घर के चारो ओर दिया जलाकर मनाया जाता है । दीपक जलाने के पीछे रहस्य यह है।

की माना जाता है की घर के चारो तरफ दीपक जलाने से घर मे बुराई और बुरी शक्तियां नहीं आती है । इस कारण सभी हिन्दु लोग दिन ढलते ही अपने घर मे दीपक जलाना शुरु कर देते है । और अपने भव्यता की कामना करते है ।

हिन्दुओ मे होली के अवसर पर तो उतना ज्यादा मेहंदी का प्रभाव नहीं है । परन्तु दिवाली के अवसर पर अक्सर लड़किया अपने घर मे आँगन और दरवाजे पर रंगोली बनाती है । और यह सब पुरा करने के बाद वह अपने मेहंदी लगाने मे ध्यान देती है ।

इस अवसर पर लड़किया इस कला को अधिक से अधिक लगाकर खुश महसूस करती है । किसी भी खुशी के अवसर पर महिलाये और लड़किया सजना सवरने मे कोई कसर नहीं छोड़ती है । और दिवाली तो भारत की मुख्य त्योहारों मे से एक है ।

शादी पर हेना लगाने का महत्व

शादी : भारत मे पूर्वजों से चली आ रही यह परम्परा है । की प्रत्येक शादी मे मेहंदी लगाया जाता है । प्राचीन समय मे घर की बुजुर्ग महिला के द्वारा दुल्हन को हेना लगाया जाता था । शादी पर हेना लगाना को सकारात्मकता से लोग देखते है ।

वर्तमान मे तो इसके लिए शादी से 1-2 दिन पहलें विशेष अवसर रखा जाता है । जिसमे दुल्हन के साथ जितने भी लड़किया शादी मे उपस्थित होती है । सभी को मेहंदी लगाना होता है । पहले के समय मे बुजुर्ग महिलाओ का समूह के द्वारा लगाया जाता था ।

परन्तु आजकल इस काम के लिए बाहर से किसी कलाकार को बुलाया जाता है । और वह सभी का डिज़ाइन बनाता है । इसके बदले उसको कुछ निश्चित राशि दिया जाता है । लेकिन दुल्हन का डिज़ाइन सभी महिलाओ द्वारा चयन किया जाता है ।

शादी का अवसर लड़कियों और महिलाओं के सोने पर सुहागा की भूमिका निभाती है। इस अवसर पर दुल्हन के साथ और बहुत लड़कियों को मेहंदी लगाने का मौका प्राप्त होता है । यह खुशियों का दिन होता है । मेहंदी इसको दोगुना करने का कार्य करती है ।

हरेली तीज पर हेना लगाने का महत्व

हरेली तीज : यह अवसर खुशियों से झूमने गाने का होता है । इस मौके पर भी लड़किया और महिलाये खूब सजती है । इनको सजने मे ही ज्यादा खुशी मिलती है। मेहंदी लगा लगाकर महिलाये अपनी खुशी को दोगुना करते है।

इस उत्सव पर मेहंदी लगाना बखूबी एक कला से कम नहीं है । इस उत्सव के लिए महिलाये बहुत ही उत्सुक होती है । वे उस अवसर पर महिलाये एक दूसरे की हेना डिज़ाइन का मन ही मन मे तुलना करते है । और वे एक दूसरे की प्रशंसा करते है ।

भारत ही एक ऐसा संस्कृतिक एवं धार्मिक देश है जहा प्रत्येक उत्सव को बहुत बेहतरीन ढंग से मनाया जाता है । लोग अपनी सुंदरता और आकर्षकता बढ़सने के लिए क्या क्या पहनते है और बहुत कुछ गहने पहनते है । और इसी मे हेना का प्रयोग सामने आता है ।

इस अवसर पर सभी परिवार वाले आते है । और भी बहुत लोग इसमे शामिल होते है । जो इस पर्व मे खुशियों का कारण होते है। इसमे लड़के नाच – गाना ,खाना तक ही सीमित रहते है ।परन्तु लड़किया मेहंदी लगाना और आदि मे शामिल होती है ।

मेहन्दी मुगलो की देन है । इसलिये मुस्लिम मे किसी भी धार्मिक अवसर पर हेना लगाना बहुत जरूरी होता है । और इस्लामिक देशो मे तो इससे सम्बन्धित प्रतियोगिताये भी होती है ।

और जितने वाले की इनाम भी दिया जाता है । जिसका डिज़ाइन सबसे अच्छा होता है और कम समय मे बना होता है उसे ही इनाम दिया जाता है ।

लोग अक्सर हेना लगाने को किसी कथा कहानी से जोड़ते है । लेकिन कुछ कहानी सच के ऊपर आधारित होती है । पहले के समय मे सभी डिज़ाइन के पीछे एक कहानी और घटना होता था । जिसे हेना लगाने के साथ जानना जरूरी होता है । लेकिन आजकल यह उतना महत्व नहीं रखता है ।

मेहंदी वह गहना है जो महिलाओं के साथ साथ लड़कियों की भी आकर्षकता को बढ़ाने मे अपना योगदान देता है। शादी मेहंदी लगाने के दौरान जो संगीत गया जाता है । वह काफी पुराना होता है । साथ ही पूर्वजों के द्वारा बताई गई संगीत है ।

इसका भी एक संस्कृतिक महत्व होता है । माना जाता है की शादी की मेहंदी और संगीत एक दूसरे से सम्बन्धित होते है । यह पुराने समय से पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानंतरित होते चले आ रहा है । लोग इसे काफी श्रद्धा पूर्वक स्वीकारते भी है ।

बहुत बार मेहंदी को शुभ और अशुभ से जोड़ा जाता है । जैसे की किसी भी दुःखद समय मेहंदी लगाना अशुभ माना जाता है । शुभ का तो आप सभी को पता है की इसे शुभ अवसर जैसे – होली ,दिवाली, तीज ,करवा चौथ,शादी आदि के समय इसका प्रयोग होता है ।

कभी कभी लड़किया अपने मन से जब चाहे तब हेना लगाती है । वे किसी विशेष अवसर का इंतजार नहीं करती है । कुछ लोग साल के हर एक महीने मे मेहंदी लगाते है । परन्तु कुछ लोग साल के कुछ ही दिन लगाते उनको लगाने से पहले बहुत सोच विचार करना पड़ता है ।

जब भी खुशियों का मौका आता है तब महिलाये हेना को बहुत याद करती है। और उसको लगाने के लिए बहुत उत्सुक होती है। और इसे अवसर पर लड़किया और औरते इस डिज़ाइन का उपयोग करते है ।

इसका उपयोग करने से पूर्व आपको अपने हाथ को अच्छे से साबुन या शेम्पू के द्वारा धोना चाहिए और इसको लगाने के लिए मेहंदी को पानी मे मिलाकर उसका पेस्ट बना लेना चाहिये । उसके बाद उसे खाली जगह मे रख देना चाहिए ।

फिर उसे 15 मिनट तक छोड़ देना चाहिए फिर अपने हाथो मे ग्लब्स पहन लेना चाहिए । अब ग्लव्स के मदद से बालो मे रंग लगाना चाहिए । मेहंदी लगाने का एक नियमित रूप होता है। जिसे निम्न स्टेप्स से पुरा किया जाता है:-

मेहंदी लगाने के स्टेप्स

सबसे पहले आप बाज़ार से मेहंदी ले आये । बाज़ार मे मेहंदी चयन करने की समस्या आ सकती है । इसलिए आप हिना का मेहंदी ही लाये यह बेस्ट क्वालिटी का मेहंदी होता है। और अगर आप किसी दूसरे ब्रांड का हेना लगाते है । तो आप उसी ब्रांड की हेना ही खरीदे ।

साथ ही उससे सम्बन्धित जितने भी वस्तुए लगेगी वह सभी समाग्री भी लाना जरूरी है । जैसे की ग्लब्स , आवला पाउडर , नीबू , तेल आदि । ध्यान रहे की मेहंदी की पैकेट के जो लिखा है उसे पढ़कर ही खरीदे । साथ ही उसका एक्सपायरी दिनांक भी देख ले ।

इसके बाद आप मेहंदी को खोल कर पानी मे मिलाये और इसका एक पेस्ट बनाये। उसके बाद उसे 15 मिनट तक छाया मे रख दे । अगर ये सब करने के बाद लगाने का मन या कोई जरूरी काम पड़ जाता है ।

तो आप इसे फ्रीज मे रख सकते है । इसका फायदा यह है की इसका रंग और भी गाढ़ा हो जाता है। और आप इसे कभी भी लगा सकते हो ।

उसके बाद आप अपने हाथो मे ग्लब्स पहन ले । यह आपके हाथो को कलर होने से बचाएगा । ग्लब्स पहनने के बाद मेहंदी को एक बार मिक्स कर ले ।

फिर उसे धीरे धीरे अपने हाथो या बालो मे लगाए। या फिर अपने किसी परिवार वाले से लगवाए वह बेहतर होगा क्योकि बहुत जगह को आप देख नहीं सकते ।

लगाते समय ध्यान रखे की मेहंदी आपके शरीर के अन्य हिस्सो मे ना लगे। पुरा मेहंदी लगाने के बाद आप उसे 1- 2 घंटे तक सूखने के लिए छोड़ दे ।

लगाने से पहले आप उन हिस्सों पर तेल लगा सकते है । जहा पर आपको लग रहा है की यहा पर मेहंदी लग सकता है। इसे कलर को छुड़ाने मे आसानी होती है ।

ध्यान रखे की मेहंदी लग जाने के बाद ऐसा कोई काम ना करे जिससे उस डिज़ाइन मे खराबी आये । आप इसे जल्दी सुखाने के लिए धुप दिखा सकते है । और हेयर डॉयर का उपयोग करके भी आप इसे जल्दी सुखा सकते है । पर इसे पुरा सुखाना बहुत जरूरी है ।

अगर आप हाथ मे मेहंदी लगाए है तो सूखने के बाद ऊपर से सरसो का तेल लगा दे । यह आपके हाथो मे गाढ़ा रंग देगा। और यदि आप बालो मे मेहंदी लगाए है ।

तो सूखने के बाद उसे धो ले । फिर 30 मिनट के लिए सूखने के लिए छोड़ दे । उसे बाद तेल से उसका मसाज कर दे ,यह आपको बेहतर रंग देगा ।

मेहंदी पर तेल लगाने के लगभग 1-2 घंटे बाद आप उसे धो या नहा सकते है। और फिर नहाने के बाद धुप मे उसे सुखा दे । नहाने से पहले आप मेहंदी को किसी भी धारदार चीज से निकाल ले ।

निष्कर्ष :– उचित मेहंदी का चयन बेहद जरूरी है । और मेहंदी के सूखने पर ही उसे धोये या नहाये नहीं तो रंग बढ़िया से नही चढ़ेगा । और समय का निश्चित रूप से ध्यान दे ।

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