अरेबिक मेहंदी कला के उत्पत्ति और इतिहास


अरब देश से प्रारम्भ होने के कारण इसका नाम अरेबिक मेहंदी कला है । यह एक प्राचीन सांस्कृतिक और आकर्षक परंपरा है, जो की अरब के देशों से निकलकर विश्वभर में अपना विस्तार करने मे कामयाब रहा है।

इसकी उत्पत्ति का हमे कोई भी सटीक जानकारी नहीं मिला है, लेकिन मानव सभ्यता के अनुसार माना जाता है । की इसकी शुरुआत 12 वी सदी के आस पास ही हुआ है ।

अरबी मेहंदी कला की उत्पत्ति और प्रसार का इतिहास

मेहंदी के इस कला की उत्पत्ति अरब सागर के आस पास वाले गाव और अरब सागर के तट या किनारे क्षेत्र से माना जाता है । कुछ लोगो का मानना है की उसका शुरुआत मध्य पूर्व के क्षेत्रो से हुआ है ।

यहां प्रचलित विशेष सांस्कृतिक के आदान-प्रदान, शादी और अन्य अवसरों पर हेना लगाने का एक अद्भुत स्थान प्राप्त है।

आमतौर पर यहा पर प्रचलित परम्परा के अनुसार अरबी के इस कला मे प्रमुख रूप से पौधों के पत्तियों को सुखाकर हेना पाउडर बनाई जाती है । जिससे हमे काले- लाल रंग की हेना प्राप्त होती है। और हम इसे हाथों और पैरों मे लगाकर उनको चमकदार सजावट के लिए उपयोग कर सकते है।

इस कला मे एक अनोखा विशेषता है । की यह हमारे त्वचा मे मिलने के बाद अपना रंग बदलती है । फिर सूखने के कुछ समय बाद यह एक नया स्वरूप धारण करती है।

संगीत,रस्म, चित्रकारी और साहित्य के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार होता है। और इस कारण यह अपने सौंदर्य और सांस्कृतिक का हिस्सा बन पाता है।

आजकल लोगो के बींच यह कला काफी लोकप्रिय होता जा रहा है । यहा के विभिन्न क्षेत्रों में अरबी कला का प्रसार-प्रचार में काफी वृद्धि हो रहा है ।

और यह आकर्षक और सुंदर डिज़ाइन के लिए सबसे विख्यात तरीका माना जाता है। यह भारत देश की संवेदनशील से भरपुर विरासत है । जो यहा की सांस्कृतिक को साकारात्मकता से जोड़ती है।

अरब मे हेना के इस बढ़ते प्रचलन के देखते हुए यहा के कुछ कलाकारों द्वारा इसमे विविधता लाने का प्रयास किया गया है । और इसको विभिन्न प्रकार मे विभाजित किया है । तो आइये इसके कुछ प्रमुख प्रकार को जाने , जो की निम्नलिखित हैं:

शादी की मेहंदी (Bridal Mehndi)
यह हेना का डिज़ाइन किसी अवसर पर बहुत ज्यादा प्रचलित होती है । परन्तु इसका सबसे ज्यादा उपयोग विवाह के समय पर किया जाता है । इस डिज़ाइन की विशेषता है ।

की इसे विभिन्न समारोहों में उपयोग मे लाया जा सकता है। इसे अक्सर शादी की तारीख से पहले ही दुल्हन, नवविवाहिता के लिए डिज़ाइन का चयन करते है । जिसमे उसके दूल्हा का नाम और रोमांटिक डिज़ाइन शामिल होना आवश्यक होता हैं ।

अरबी मेहंदी डिज़ाइन्स (Arabic Mehndi Designs)
यह हेना का डिज़ाइन प्रमुख रूप से अरब देश मे ही सबसे ज्यादा चलन मे है। इसमें फूल, जालीदार और चैन पैटर्न की डिज़ाइन प्रयोग होता हैं। ये डिज़ाइन खूबसूरत के साथ साथ सरल और शानदार भी होते हैं ।

जो हाथों और पैरों को सुंदरता से भर देता हैं। माना जाता है की यह जटिल किस्म का डिज़ाइन है ।

खालीजी मेहंदी (Khaleeji Mehndi)
यह अरेबिक डिज़ाइन का बहुत ही खास प्रकार है । जिसकी शुरुआत खालीजी रीजन से माना जाता है

इसमें मुख्य रूप से अब्सट्रैक्ट और ज्वैलरी आकृति के स्टाइल का प्रयोग करके सुन्दर डिज़ाइन बनाया जाता हैं। ये डिज़ाइन आकर्षकता और रूमानी से भरे होते हैं।

मोरोक्कन मेहंदी (Moroccan Mehndi)
अरब मे सबसे प्रख्यात डिज़ाइनों मे से एक यह डिज़ाइन है। जिसे अरब मे तो लगाया ही जाता है । साथ ही इसको अन्य देशो मे भी बखूबी से लगाया जाता है ।

यह डिज़ाइन आधुनिक और ट्रेंडी आकृतियों पर आधारित होती हैं। इसमें बॉल्ड लाइन्स, सीधा रेखा , त्रिभुजाकर के साथ गुलाबी और नीले रंग का प्रयोग किया जाता है।

इंडो-अरबी मिश्रित मेहंदी
यह इंडो और अरबी क्षेत्र के डिज़ाइनों को मिलाकर बनता गया है । यह डिज़ाइन इंडो-अरबी दोनो की संस्कृति को बढ़ावा देता है । और यह डिज़ाइन दोनो क्षेत्र के लोग के द्वारा बनाया जाता है। इसमें पुराने संगीत, पौराणिक कहानियां और प्राचीन कथाओं का समागम शामिल होता हैं।

परम्परागत और आधुनिक डिज़ाइन :-

इस मेहंदी के कला से परंपरागत और आधुनिकता का एक सुंदर मिलन होता है जो कि यहा कि सांस्कृतिक और इतिहास बतलाती है । तो आइये उसके दोनो पहलू को जाने :-

परंपरागत पहलुओं में :

धार्मिक अवसरों में महत्वपूर्ण: अरेबिक कला का रूप काफी विस्तृत है । इसके परंपरागत रूप से विवाह, ईद,तीज,करवा चौथ और अन्य धार्मिक अवसरों में इस डिज़ाइन का उपयोग करते है । इस कला के स्वरूप को शुभता और सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है।

शादी की रस्में: ज्यादातर यह डिज़ाइन शादियों मे ही उपयोग होती है । इसका प्रयोग शादी की रस्म में नवविवाहिता के हाथों और पैरों को सजाने के लिए किया जाता है । यह इस डिज़ाइन का अभिनय होता है, जिसमें नए जीवन और नये साथी के साथ का सफर की शुभ शुरुआत के लिए संकेत होता है।

आधुनिकता के पहलुओं में :-

  1. क्रिएटिव डिज़ाइन्स: आधुनिक समय और ट्रेंड्स को देखते हुए । अरेबिक डिज़ाइन के नए रूप, तकनीक और कला मिलावट प्रस्तुतीकरण किया गया है। इस कला के परंपरागत रूप को नए और आधुनिक तरीकों से प्रस्तुत किया जाता है।
  2. विभिन्न रंगों का उपयोग: इस डिज़ाइन मे एक से ज्यादा रंगो के प्रयोग से यह अपने आप मे विविधता लाने का प्रयास करता है। आधुनिक अरेबिक डिज़ाइन में अनेक रंगों का प्रयोग होता है । जिससे डिज़ाइनों में चमक और रंगीनता का विस्तार होता है।
  3. आधुनिक स्टाइल की अद्वितीयता: लोग इस मेंहदी कला के सभी डिज़ाइन को लगाकर थक चुके है । अब उन्हे नये और सरल डिज़ाइन की तलाश है । और यह डिज़ाइन व्यक्तिगत रूप से तैयार किया गया है । जिसमे की विभिन्न डिज़ाइनों की आभा का विशेष ध्यान रखा गया है।
  4. अंतरराष्ट्रीय पहुंच: आधुनिक समय मे अरेबिक डिज़ाइन का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच होना बहुत महत्वपूर्ण है और साथ ही अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार मे अपना एक जगह बनाना भी बहुत जरूरी है । इस कला को लोग विभिन्न सांस्कृतिक आयामों के साथ जोड़कर देखते हैं।

इस हेना डिज़ाइन की सजावट महत्व , औषधिक महत्व और संस्कृतिक महत्व की बात तो हमने कर ली है । लेकिन अब इसके व्यापारिक महत्व पर नज़र डालेंगे । वर्तमान समय मे इस डिज़ाइन का व्यापारिक महत्व बढ़ता जा रहा है । और यह व्यावसायिक रूप अनेक तरीकों से महत्वपूर्ण है:

अरबी मेहंदी डिज़ाइन का व्यापारिक महत्व:

शादी और धार्मिक आयोजनों में महत्वपूर्ण भूमिका: अरेबिक मेहंदी डिज़ाइन का उपयोग विशेषकर शादी और विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

इसे विवाह समारोहों में नवविवाहिता या दुल्हन और दूल्हा के हाथों और पैरों पर लगाने के लिए उपयुक्त माना जाता है। और इसका परंपरागत मान्यता भी है, जिससे सभी के व्यापारिक संबंधों का विस्तार होता है।

कला और फैशन में अद्वितीयता का स्रोत: वर्तमान समय मे अरेबिक डिज़ाइन्स आधुनिक कला और फैशन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुके हैं। इस कलाकृति के व्यक्तिगत और रूचिकर डिज़ाइन के विशेषता के कारण लोग इसे अधिक से अधिक प्रयोग मे ला रहे हैं।

आधुनिक मार्गदर्शन: सभी तीज त्योहारों ,शादियों और सभी धार्मिक अवसरो पर इसके प्रयोग के कारण यह हमारे आधुनिक समय के मार्गदर्शन में एक अहम भूमिका निभाता है।

यह केवल स्थानीय बाजारों में नहीं बल्कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों पर भी अपने व्यापार को बढ़ावा देता है । जिससे विश्वभर के लोग इसका आनंद ले सकते हैं।

रोजगार का स्रोत:यह एक सजावट का समान तो है ही साथ यह एक रोजगार का भी बहुत ही बढ़िया और महत्वपूर्ण स्रोत है। जैसे लोग हेना बनाकर उसे बेच रहे है।

और उसे बनाने मे बहुत लोगो को रोजगार मिलता है। जहा पर उत्पाद बनता है । वहा के व्यावसायिक क्षेत्र मे नौकरी की उपलब्धता भी बहुत बढ़ती है । जिससे सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से विकास होता है।

विशेषज्ञता और ब्रांडिंग: कुछ लोग मेहंदी को अपना ब्रांड बनाना चाहते है । तो आप बड़े आसानी से इसे ब्रांड के रूप मे उपयोग कर सकते है ।

और कुछ लोग अपने ब्रांड को प्रोमोट करने के लिए इसका इतेमाल करते है। और कुछ लोग अपनी विशेषज्ञता इस क्षेत्र मे करना चाहते है और मेहंदी के कला को और असगे बढ़ाना चाहते है।

इस प्रकार अरेबिक डिज़ाइन का इस समाज और व्यापार आधुनिकता के उभरते हुए क्षेत्र के रूप में महत्वपूर्ण है । जिससे न केवल सुंदरता बढ़ती है, बल्कि यह रोजगार और बहुत लोगो के जीविका अर्जन का साधन बनता है ।

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