ईद पर मेहंदी के लाभ और महत्व

ईद के मौके पर हेना लगाना एक महत्वपूर्ण सौंदर्य की सामग्री मानी जाती है। इसे ईद के त्योहार में खासकर महिलाएं और लड़किया अपने हाथ, पैर और त्वचा को सजाने के लिए उपयोग करती हैं। मेहंदी का यह पुराना रूप शुभता,भव्यता और खुशी को दिखता है । और इसे लोग अपने धार्मिक और सांस्कृतिक समारोहो के साथ जोड़ते हैं।

ईद पर मेहंदी का महत्व :-

मुस्लिम धर्म मे ईद के अवसर पर हेना डिज़ाइन को लगाना एक सामाजिक परंपरा मानते है । जिसमें की युवतिया और महिलाएं एक दूसरे के हाथों में मेहंदी लगाती है ।

साथ ही इसका आनंद लेती हैं। इसके लिए विशेष रूप से मेहंदी की दिन एवं समय निर्धारित होती है । और समयानुसार आयोजित की जाती हैं।

जिनमें की लोगो को खुशी और अनोखा पल एक-दूसरे के साथ बिताने का मौका मिलता है।

मेहंदी का रंग हरा,काला,भूरा,सफ़ेद,गुलाबी और लाल जैसे अनेक प्रकार का होता है । जो इसे लगाने वाले को खुशी और सौंदर्य रूप प्रदान करता है।

ईद के मौके पर महिलाएं अपने हाथों और पैरों में इसे लगाकर अपनी सौंदर्य और धार्मिकता को बढ़ावा देती हैं।

इसके अलावा हेना के उपयोग से लोगो के बींच एक खास रोमांटिक और परंपरागत महत्व उत्पन्न होता है । जो की सम्पूर्ण परिवार के सदस्यों को एक साथ बांधकर रखती है।

मेहंदी लगाना प्राचीन समय से चली आ रही आकर्षक कला है । जिसमें विभिन्न रचनात्मक और गुलजारी तकनीक को शामिल किया गया है। इसके लिए हेना लगवाने वाले मेहंदी आर्टिस्ट्स को बुलाते है ।

जो सभी डिज़ाइन और पैटर्न्स को देखकर उससे एक नया आयाम देता है ।और उसे एक हेना के साधन के रूप मे तैयार करता है।

ईद पर्व पर मेहंदी का लगाना सिर्फ सौंदर्य बढ़ाने का काम नहीं होता है , बल्कि इसके पीछे एक धार्मिक दृष्टिकोण छुपा होता है। मेहंदी को आपसी समर्थन और प्रेमभाव का चिन्ह माना जाता है

, जो हमारे समाज मे आंतरिक समृद्धि और शांति को बढ़ावा देता है। इसके रंगों की खुशबू और चमक से सभी त्योहार मे माहौल बनने लगता है। जिससे त्योहार मे जान आती है ।

इस्लामिक प्रदेश मे इस प्रकार की मेहंदी डिज़ाइन ईद के त्योहार में एक महत्वपूर्ण रंगीनता की भूमिका निभाती है । जिससे लोग न केवल अपने सौंदर्य को बढ़ाते हैं,

बल्कि उसमे शामिल हो करके अपनी खुशिया और रंगत को बढाती है । यह कला हमे एक-दूसरे के साथ जुड़ के रहने संदेश देता है । इस अवसर पर ज्यादातर मुस्लिम लोग अपने आप को एकता के सूत्र में बांधने का जुड़ाव महसूस करते हैं ।

ईद पर मेहंदी के प्राचीन परम्परा :-

ईद में मेहंदी लगाना प्राचीन परंपरा एवं भारतीय सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। और इसका प्रचीनतम उल्लेख कई साल पहले किया जा चुका है ।

मुख्य रूप से इसे इसके संस्कृतिक रूप ने बहुत ही ज्यादा बढ़ावा दिया है । साथ अपने अस्तित्व को निखारने मे बहुत मदद किया है।

ईद महिलाओं को सजाने से भरने करते अनोखा और खास अवसर प्रदान करता है जिसमें वह अपने स्वतंत्रता से अपने आपको दिखाने की प्रयास करती है ।

भारत के लोग मानते है। की इस परंपरा का आरंभ भारतीय उपमहाद्वीप से हुआ था । जहां लोग मेहंदी को शुभता और सौंदर्य का रूप देते थे।

इसका विशेषकर हिन्दू सामाजिक समारोह और विवाह अवसर पर उपयोग प्राचीन समय से ही होता आ रहा है। लोग इसे अपने किसी धार्मिक पर्व की तरह ही मानते हैं । हर्ष और उल्लास का माहौल रहता है ।

ईद वाली मेहंदी ज्यादातर पाकिस्तान , अफगानिस्तान,ईरान, बांग्लादेश और इराक जैसे देशो मे ज्यादा होता है । क्योकि यहां की जनसंख्या का बहुत बड़ा हिस्सा मुस्लिम समुदाय मे आता है ।

यह पर्व मुस्लमानो के लिए धार्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपुर्ण होता है । इसमे अनेक रंगो का प्रयोग होता है । जससे गहरा लाल , हरा , गहरा काला आदि का उपयोग होता है ।

इस्लाम मे ईद के अवसर पर मेहंदी लगाना बहुत ही शुभ मना जाता है । लोगो की मान्यता है की ऐसा करते से अल्लाह उनके परिवार को सुख शांति प्रदान करते है ।

और साथ ही सभी दुल्हन अपनी परिवार की सुरक्षा की कामना करते है। इस दौरान हेना लगाना एक अन्य प्राचीन परंपरा है । जिसका लोग समर्थन करते है। इससे एक परिवार की एकता और साझेदारी का संकेत मिलता है।

इस परंपरा के अनुसार ईद पर सभी मुस्लिम लड़किया मेहंदी लगाती है। पर जो शादी सुदा होती है । उनको इस अवसर पर उपवास भी रखना होता है। ये इस दिन सुबह से व्रत रखती है।

और इस दिन मस्जिद जाकर नमाज अदा करना होता है। इससे लोगो के बींच मे सजगता बढ़ती है और साथ ही सामूहिक अनुभव का आनंद मिलता है।

सम्पूर्ण रूप से मेहंदी का काम केवल सुंदरता बढ़ाना नहीं होता है बल्कि यह धार्मिक और समाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होते है। और यह सामाजिक और परिवारिक एकता के माहौल बनाये रखता है।

यह भारतीय सांस्कृतिक धारोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है जो लोग आनंद से अपनी पीढ़ियों को साझा करते हैं।

ईद मेहंदी डिज़ाइन के नये ट्रेंड्स :-


इसमें बहुत सारी ऐसी की डिजाइन जिसको ईद के अवसर पर लगाया जाना बहुत आसान और सुंदर भी है ।

इस अवसर पर इस्लामिक देश में बहुत ही खुशी का माहौल रहता है इसे लोग एक उत्सव की तरह शानदार तरीके से मानते हैं । पर ईद के मौके पर मेहंदी के नए ट्रेंड्स आते रहते हैं जो समय के साथ बदलते रहते हैं।

कुछ प्रमुख मेहंदी ट्रेंड्स निम्नलिखित हैं:

फ्लोरल और गुलदस्ता डिज़ाइन्स: फूलों और गुलदस्तों को मिलाकर बनाया गया यह डिजाइन लोगों में काफी लोकप्रिय होता जा रहा है उसके नए और आधुनिक तरीके को व्यक्तिगत रूप से विभिन्न आकृति के रूप में लाया गया है । ट्रेंड्स अनुसार इस डिज़ाइन को बेहद ही सुंदर माना जा रहा है।

गिट्टी मेहंदी: गिट्टी वाली यह मेहंदी की डिजाइन जिसमें छोटे-छोटे गोलियों को विभिन्न रूपों से आकृति में समाहित किया जाता है और उसके नया डिजाइन बनाकर लोगों के सामने प्रदर्शित किया जाता है।

और इस डिजाइन को कलाकार पर अधिक आकर्षक रूप में बनाती है ।

मोरोक्कन मेहंदी: मोरोक्कन मेहंदी डिजाइन एक जटिल डिजाइन है जिसमें जटिलता के साथ सुंदरता भी मिश्रित पाई जाती है ।

इसमें मुख्यतः सीधी रेखा, आडि-तेडी रेखा और जिगज़ैग आकृतियों का प्रयोग करके एक सुंदर आकृति की डिजाइन बनाई जाती है जो लोगों को काफी पसंद आती है ।

ज्वैलरी मेहंदी: यह मेहंदी के डिजाइन बाकी सबसे अलग है क्योंकि इसमें हाथ पैर में लगाए जाने वाले डिजाइन ज्वेलरी की तरह सजाने का कार्य करती है जिसमें मुख्यतः मोती,

बिंदिया और छोटे टीके शामिल होते है। इस प्रकार के डिजाइन में सोने जैसे रंग का भी बहु नकल किया जाता है , यह प्रमुखता शादी में प्रयोग होता है।

आरटिस्टिक मेहंदी: इस प्रकार के मेहंदी डिजाइन में कला और रचनात्मकता को विशेष रूप से बल देने का प्रयास किया गया है

इसमें मुख्यतः रंगीन पेंसिल पेंट ब्रश से आर्टिस्ट के द्वारा बनाए जाने वाले डिजाइनों को लोगों के सामने रखकर उन्हें प्रभावित किया जाता है और उनके उपयोग में लाया जाता है ।

ईद पर लगाए जाने वाले मेहंदी डिज़ाइन :-

मुसलमान में ईद एक ऐसा पर्व है जिसका लोग वर्षभर इतिजार करते हैं और उस अवसर पर ज्यादातर मुस्लिम महिलाएं अपने हाथों पर पैरों में मेहंदी लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ती है ।

ईद पर लगाए जाने वाले मेहंदी डिज़ाइन में कई प्रकार की होती है । जिसमे से सुंदरता और लुभावने डिज़ाइन्स शामिल हैं। जो निम्नलिखित हैं:

फ्लोरल मेहंदी: इस डिजाइन में मुख्य रूप से हाथ पैर में लगाने के लिए फूलों के डिजाइन का उपयोग किया गया है जिसमें फूल के साथ लता और पत्तिया भी शामिल है जो की लोगों की खूबसूरती को बढ़ाती है ।

इसमें फूल के साथ लता, चैन और जालीदार आकर को सम्मिलित करके एक बेहतर डिजाइन बनाया जाता है और इस डिजाइन को अगर किसी को बनवाना है वह किसी कलाकार के द्वारा बनवा सकती है |

गुलदस्ता और पैटर्न्स: इसमें विभिन्न प्रकार के फूलों को मिलाकर एक गुलदस्ता बनाया जाता है जिसका स्वरूप बहुत ही खूबसूरत हो

और इसमें विभिन्न प्रकार के पैटर्न शामिल होती है जिसके कारण यह लोगों में काफी लोकप्रिय होता जा रहा है । और यह डिजाइन बहुत ही आसान होने के साथ-साथ से बहुत कम समय में बनाया जा सकता है ।

अरेबिक मेहंदी: यह डिजाइन हमेशा से ही जटिल था भर रहा है लेकिन उसमें खूबसूरती में कोई कमी नहीं है इसे लोग अक्सर शादी के अवसर पर अत्यधिक खूबसूरत दिखने के लिए लगाते हैं साथ इसको लगाने के लिए किसी कलाकार की जरूरत पड़ती है। इसमें विभिन्न पैटर्न को मिलाकर एक जटिल डिजाइन बनाया जाता है ।

शीक मोटी मेहंदी: यह डिजाइन अपने नाम की तरह ही मोटी और बड़े आकार की होती है क्योंकि यह आपके हाथों को अद्वितीय खूबसूरती प्रदान करता है ।

और यह आपके खूबसूरती को बरकरार रखता है इसके चलते यह लोगों के बीच में काफी चलन मे है । इस प्रकार की मोटी डिजाइन लगाने से आपके हाथ और पैरो में गाढा रंग बना रहता है ।

राजस्थानी और मरवाड़ी मेहंदी: यह डिजाइन मुख्यत: राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचलित है इसमें लोग विभिन्न पैटर्न डिजाइन को बनाते हैं जो कि किसी विशेष अवसर पर ही उपयोग माने जाते हैं साथ ही इसके डिजाइन शादी के समय बहुत ही ज्यादा उपयोग में ले जाने में से एक डिजाइन है । जिसे लोग परंपरागत तरीके से लगाते हैं ।

Leave a Comment